गंगा घाट है तू मेरा जिस में लगा के डुबकी थाम ली है इश्क़ की कश्ती। गंगा घाट है तू मेरा जिस में लगा के डुबकी थाम ली है इश्क़ की कश्ती।
होलिका दहन अब बंद करो कहती हैं यह होलिका नारी का सम्मान करो। होलिका दहन अब बंद करो कहती हैं यह होलिका नारी का सम्मान करो।
सुकून देता है ये खुला सा गगन और जयकार होती है और इक बार फिर 'हर हर महादेव। सुकून देता है ये खुला सा गगन और जयकार होती है और इक बार फिर 'हर हर महादेव।
उसकी कृशकाय काया बड़े-बड़ों की माया तले , दब जाती है, बार बार खींच साँस अंदर, वह रह रह जाती है..अपनी ... उसकी कृशकाय काया बड़े-बड़ों की माया तले , दब जाती है, बार बार खींच साँस अंदर, वह ...
मधु उषा की लाली में मन तन कण स्नान डूब भर कर शीतल करती है मधु उषा की लाली में मन तन कण स्नान डूब भर कर शीतल करती है
अभिलाषा मेरी यही, वसौ तिहारे घाट। दरश परश मज्जन करौ, तजौ सकल भव ठाट।। अभिलाषा मेरी यही, वसौ तिहारे घाट। दरश परश मज्जन करौ, तजौ सकल भव ठाट।।